प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नोटबंदी की घोषणा का खुला समर्थन करने की दृष्टि से ही राजस्थान के कोटा के व्यापारियों ने 22 नवम्बर को 100 रुपए वाले तीन लाख रुपए के नोट बैंक में जमा कराए हैं।
यह राशि तब जमा कराई गई हैं, जब बैंकों से 100 रुपए अथवा नए नोट निकालने के लिए लंबी कतारें लगी हुई हैं। नोट जमा करवाने वाले व्यापारियों का कहना है कि पिछले 10 दिनों में उनकी दुकानों पर 100 रुपए के नोट आए हैं। ऐसे में हमारा यह दायित्व बनता है कि इन नोटों को बैंकों में जमा करवाया जाए ताकि जरूरतमंद लोगों को मिल सकें।
कोटा के व्यापारियों ने देश भर के व्यापारियों से अपील की है कि वे भी 100 रुपए अथवा नए नोटों को वापस बैंकों में जमा कराएं ताकि सरकार पर नए नोट उपलब्ध करवाने का दबाव कम हो सके। इसमें कोई दो राय नहीं कि कोटा के व्यापारियों की यह पहल अपने आप में सराहनीय है।
सरकार तो अपने स्तर पर नए नोट उपलब्ध करवा रही हैं, लेकिन यदि व्यापारी वर्ग भी अपने संस्थानों में प्राप्त नोटों को बैंकों में जमा कराने लगे तो एक बड़ी समस्या का समाधान हो सकता है। जो बैंकें नए नोट के अभाव में भुगतान नहीं कर पा रही है, उन बैंकों को भी ऐसी जमा राशि से राहत मिलेगी।
जब बैंकों के पास 100 रुपए अथवा नए नोट सामान्य तरीके से जमा होने लगेंगे तो फिर बैंकें भी सरकार के नियमों के तहत जरूरतमंद लोगों को अधिक धनराशि का भुगतान करेंगे।
साभार: एस.पी.मित्तल