रविवार का दिन सूर्य पूजा के लिए अति उत्तम माना जाता है। इस दिन सूर्यदेव को जल चढ़ाने, मंत्र का जाप करने से बल, बुद्धि, विद्या, वैभव, तेज, ओज, पराक्रम के साथ घर-परिवार और समाज में मान-सम्मान अौर गरीबी से छुटकारा भी मिलता है। वैसे तो प्रतिदिन सूर्य को जल चढ़ाना चाहिए परंतु रविवार के दिन इसका विशेष, महत्व है। सूर्य को जल चढ़ाने से बहुत लाभ मिलता है।
~ ज्योतिष के अनुसार सूर्य को जल चढ़ाने से घर-परिवार और समाज में मान-सम्मान में बढ़ौतरी होती है अौर सूर्य के कुडंली दोषों से मुक्ति मिलती है।
~ सूर्य को तांबे के लोटे से जल चढ़ाएं। लोटे में शुद्ध जल भरकर चावल, कुमकुम, फूल अौर गुड़ आदि पूजन सामग्री भी डाल लेना चाहिए।
~ जल चढ़ाते समय सूर्य मंत्रों का जाप करते रहना चाहिए।
ऊँ सूर्याय नम:
ऊँ भास्कराय नम:
ऊँ रवये नम:
ऊँ आदित्याय नम:
ऊँ भानवे नम:
~ सुबह के समय जल्दी उठने से ताजी हवा और सूर्य की किरणों से हमारे स्वास्थ्य को लाभ होता है।
~ इसके अतिरिक्त सूर्य को जल चढ़ाते समय सीधे नहीं देखना चाहिए। जल चढ़ाते समय सूर्य को पानी के बीच से देखना चाहिए। इस प्रकार करने से आंखों की नेत्र ज्योति बढ़ती है।
~ सूर्य की किरणों में विटामिन डी के गुण होते हैं। उगते सूर्य को जल चढ़ाने से व्यक्ति तेजस्वी होता है। विटामिन डी से त्वचा में आकर्षक चमक आती है।