जयपुर: जयपुर शहर में नगर निगम जयपुर व यातायात पुलिस द्वारा संचालित 40 से अधिक पार्किंग स्थलों को ‘‘स्मार्ट पार्किंग स्थलों’’ के रूप में विकसित करने का कार्य एक जनवरी, 2017 से प्रारम्भ होगा। यह निर्देश जयपुर स्मार्ट सिटी के बोर्ड की चतुर्थ बैठक में प्रमुख शासन सचिव, स्वायत्त शासन विभाग डॉ. मनजीत सिंह ने उपस्थित अधिकारियों को दिये।
इस अवसर पर जयपुर स्मार्ट सिटी के सदस्य, जयपुर नगर निगम के आयुक्त श्री हेमन्त गैरा, कलेक्टर जयपुर श्री सिद्धार्थ महाजन, पुलिस अधीक्षक श्री संजय अग्रवाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्मार्ट सिटी जयपुर श्री संदेश नायक, निदेशक नगरीय केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय के निदेशक श्री आर.के. सिंह, रूडसिको के कार्यकारी निदेशक श्री मुनीश गर्ग, प्रबंध निदेशक जेसीटीसीएल आकांश चौधरी, वेबकॉस के सलाहकार, स्मार्ट सिटी परियोजना के सलाहकार व जयपुर स्मार्ट सिटी के तकनीकी एवं प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में स्वायत्त शासन विभाग के प्रमुख शासन सचिव एवं स्मार्ट सिटी जयपुर के अध्यक्ष डॉ मनजीत सिंह ने स्मार्ट सिटी परियोजना में अब तक किये गये कार्यो की समीक्षा की। इस दौरान बैठक की कार्य सूची में निर्धारित स्मार्ट सिटी जयपुर की प्रदत्त पूंजी (Paidup Capital) को एक लाख रुपये से बढ़ाकर दौ सो करोड़ रुपये किये जाने के प्रस्ताव को स्वीकृती प्रदान की गई।
उक्त प्रस्ताव के स्वीकृत होने से भविष्य में स्मार्ट सिटी परियोजना में परियोजना कार्यो की पूर्ति के लिए आवश्यकता पड़ने पर विभिन्न बैंक व फण्डिंग ऎजेन्सियों से ऋण लिया जा सकेगा। बैठक में बताया गया कि जयपुर शहर में किशनपोल बाजार से स्मार्ट रोड़ बनाने का कार्य शुरू किया जा रहा है। जिसे विभिन्न चरणों में निर्धारित मापदण्डों के अनुरूप पूरा किया जायेगा तथा शहर का स्मार्ट सिटी ट्रैफिक मैनेजमेंट प्लान बनाया जायेगा।
शहर में विभिन्न स्थानों पर नगर निगम जयपुर/यातायात पुलिस द्वारा संचालित पार्किंग स्थलों को स्मार्ट पार्किंग के रूप में बदलने का कार्य जनवरी माह से शुरू होगा, साथ ही चारदिवारी के भीतर 16 सरकारी स्कूलों में प्रथम चरण में स्मार्ट क्लास रूम सांईस एवं टेक्नोलॉजी विभाग के सहयोग से बनाये जायेंगे। इसी प्रकार पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए स्मार्ट कार्ड रियल टाईम इंफोरमेंशन डिस्प्ले का कार्य जेसीटीसीएल के साथ शीघ्र शुरू किया जायेगा।
इंटीग्रेटेड एण्ड कमांड सेन्टर शहर में बनाया जायेगा। इंटीग्रेटेड एण्ड कमांड सेन्टर से स्मार्ट सिटी के तहत किये जा रहे शहर की सभी आधारभूत कार्यक्रमों को सेंसर के माध्यम से जोड़ा जायेगा एवं इनकी प्रभावी मॉनिटरिंग की जा सकेगी। इसके तहत जीपीएस एवं वाईफाई प्रमुख है। शहर के वार्ड नम्बर 09 व 10 में कचरा छटनी के लिए केन्द्र स्थापित किया जायेगा। जिससे वहां उत्पादित कचरे का निस्तारण वैज्ञानिक पद्धति के माध्यम से किया जा सकेगा।
डॉ. मनजीत सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि चार दिवारी के भीतर की सीवरेज की डीपीआर तथा तालकटोरा में 1 एमएलडी एवं ब्रहम्पुरी 8 एमएलडी का एसटीपी लगाने की निविदा शीघ्र जारी की जाये। उन्होनें अधिकारियों को निर्देश दिये कि स्मार्ट सिटी कार्यो में 25 जून, 2017 तक आवश्यक तेजी लायी जाये।